tag:blogger.com,1999:blog-8618563753372872684.post1931357868059912512..comments2023-07-07T00:26:47.803-07:00Comments on चौथी दुनिया: के.सी. निगमजी ,जो ख़बर नहीं बन सकेARVIND KUMAR SINGHhttp://www.blogger.com/profile/06424234925868182400noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-8618563753372872684.post-24014326970185784872008-11-26T02:02:00.000-08:002008-11-26T02:02:00.000-08:00अरविंद जी, निगम जी से मैं एक बार तब मिला था जब आईआ...अरविंद जी, निगम जी से मैं एक बार तब मिला था जब आईआईएमसी दिल्ली का छात्र था। यह बात 1987-88 की है। आपने लिखा कि पत्रकारिता बिरादरी में उनके निधन से शोक की लहर दिखाई दी लेकिन अखबारों ने कोई खबर नहीं छापी, मुझे लगता है जिन अखबारों की उन्होंने सेवा की वे ही उन्हें भूल गए होंगे। आज के इस युग में कौन याद करता है। सब अपनी अपनी आपाधापी में भाग रहे हैं। वास्तविक पत्रकारिता बहुत पीछे छूट गई।चलते चलतेhttps://www.blogger.com/profile/00891524525052861677noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8618563753372872684.post-21425335970498239032008-08-09T10:30:00.000-07:002008-08-09T10:30:00.000-07:00निगम जी के निधन का सुनकर वास्तव में बहुत अफसोस हु...निगम जी के निधन का सुनकर वास्तव में बहुत अफसोस हुआ।आज एसे व्यक्ति कहां मिलते हैं।<BR/><BR/>अशोक मधुपbijnior districthttps://www.blogger.com/profile/02245457778160306799noreply@blogger.com